अक्षय कृषि परिवार के भूमि सुपोषण कार्यक्रम के संयोजक डा.गुणाकर ने प्रैस क्लब में पत्रकारवार्ता के दौरान कहा कि लगातार कृषि भूमि पर रसायनों के असर के चलते खेती प्रभावित हो रही है। जैविक खेती कारगर होती है। उन्होंने कहा कि उपजाऊ भूमि के खराब होने के संकेत लगातार मिल रहे हैं। देश के कई राज्यों में भ्रमण करने के पश्चात कृषि भूमि पर रसायनों का असर देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जैविक खेती के लिए प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए। जहर मुक्त भोजन लोगों को प्राप्त करने के उद्देश्य से देश भर में भूमि सुपोषण जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अखिल विश्व गायत्री परिवार व अन्य समाजिक संगठन में जनजागरूकता अभियान में अपना सहयोग प्रदान करेंगे। जमीन की उर्वरक क्षमताओं पर असर पड़ने के कारण पैदावार कम हो रही है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में एक साथ भूमि सुपोषण कार्यक्रम को लेकर जनचेतना फैलायी जाएगी। किसानों सामाजिक संगठनों आदि की भी मदद ली जाएगी। उन्होंने कहा कि गांवों में संगोष्ठी, कार्यशालाएं, जागरूकता शिविर, प्रदर्शनी आदि के माध्यम से खेतों में तालाब निर्माण, छतीय जल संग्रहण, पुरानी जल संरचनाओं की स्वच्छता, नदियों एवं अन्य छोटे जल स्रोतों की साफ सफाई तथा जहर मुक्त जैविक खेती के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। पत्रकारवार्ता के दौरान डा.राजीव, संतोष, सुषमा, सुशील कुमार, छवि सिसोदिय, दीपक वश्ष्ठि, राजेश सैनी, अशोक आदि मौजूद रहे।