कुछ असाध्य रोगों से ग्रसित जैसे spino cerebral Atexia के रोगी (नेत्र पुतली स्थिरता, बोलने में अस्पष्टता, व चलने में लड़खड़ाहट )को AIIMS द्वारा भी असाध्य श्रेणी का घोषित करने पर नारायण आयुर्वेद चिकित्सा केन्द्र में वाताधिक्य त्रिदोषज रोग निदानोपरांत रोगी का शिरोबस्ति, व शाली षष्टि पिण्ड स्वेदनआदि पंचकर्म क्रिया गया जिसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं,
ऐसी ही एक रोगी का उपचार डॉ श्वेता शर्मा खण्डूरी, डॉ शिवम नारायण शर्मा एवम वैद्य (डॉ) सत्यनारायण शर्मा के निर्देशन में रोगी का शिरोबस्ति, व शाली षष्टि पिण्ड स्वेदनआदि पंचकर्म करने पर 11 दिवस के अल्प समय में आरोग्य लक्षण प्राप्त होना प्रारम्भ,(नेत्र पुतली बाएं दाएं गति प्रारम्भ, स्पष्ट वचन व सम्यक चालन ) हो गये है।
रोगी व परिजनों द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा के इस अल्पकालिक अदभुत परिणाम पर अत्यंत हर्ष प्रकट किया तथा आयुर्वेद चिकित्सा को ईश्वरीय वरदान कहा।