संगठन की मांगों के निस्तारण करने हेतु वार्ता न करने पर पदाधिकारीयों लगाया आरोप कि जानबूझकर आंदोलन कराना चाहते हैं अधिकारी।
आज चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड के आदेश पर जनपद शाखा हरिद्वार ने एक सप्ताह का समय देते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह में मांगो का निस्तारण न हुआ तो करेंगे आंदोलन ।
आंदोलन का समस्त उत्तरदायित्व कार्यालय प्रशासन का होगा ,संघ की इसमें कोई भी जिम्मदारी नहीं होगी।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा,प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तेश्वर कार्यवाहक जिला अध्यक्ष सुरेंद्र जिला मंत्री राकेश कुमार ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों के निस्तारण के लिए प्रदेश और जिला संगठन ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार समेत सभी अधिकारियों को दिया गया है किंतु अभी तक किसी भी अधिकारी द्वारा संगठन को वार्ता के लिए आमंत्रित नहीं किया गया जो कि अधिकारियों की हठधर्मिता को दर्शाता है जो कि किसी भी तरह से न्यायोचित नही है कर्मचारियों की मांगे जनपद स्तर की है जिसमे कर्मचारियों को वर्दी, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, वेतन विसंगति,कोविड के विरुद्ध लड़ने वालों को प्रोत्साहन भत्ता,पिछले वर्ष 2023 के कांवड़ मेले भत्ते का भुगतान,जनपद स्तर के सभी कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका, जी पी एफ की किताब पूर्ण किया जाना, सेवानिवृत्त कर्मियों के देयकों का भुगतान शीघ्र किया जाना, मृतक आश्रितों की नियुक्ति शीघ्र की जाए, जनपद स्तर पर नियुक्ति में कर्मचारियों के योग्य आश्रितों को प्राथमिकता देना इत्यादि मांगो के निस्तारण करने का अनुरोध किया गया है किंतु अभी तक उनकी तरफ से कोई भी कार्यवाही इस संबंध में नही की जा रही है इसलिये जो भी आंदोलन होगा उसका उत्तदायित्व सिर्फ अधिकारी एवं कार्यालय प्रशासन का होगा । इस संबंध में पदाधिकारीयों ने आपस में विचार विमर्श कर कर्मचारियों को आंदोलन के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए।
आज की बैठक में विचार व्यक्त करने वालों में दिनेश लखेडा, राजेन्द्र तेश्वर, मूल चंद चौधरी, राकेश भंवर, महेश कुमार,मुकेश, दिनेश नोटियाल, सचिन,अजय रानी, नीटू, मुन्नी देवी, संदीप, इत्यादि शामिल थे।