हरिद्वार में क्रिटिकल बीमारियों का उपचार सम्भव:
न्यूरोसर्जन डॉ गौरव सिंह अभय ने ब्रेन हैमरेज की सर्जरी कर मरीज को नया जीवन दिया है। सर्जरी पूरी तरह सफल रही मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ है ।और 10 दिन के बाद आज मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया है। हरिद्वार में अब क्रिटिकल बीमारियों के उपचार की संभावना बढ़ रहीई है।शंकर आश्रम के समीप होटल में रिसेप्शनिस्ट प्रमोद सिंह रावत की अचानक सिर में तेज दर्द होने बाद तबीयत खराब हो गयी थी और वह बेहोश हो गये थे। होटल सहकर्मियों द्वारा 13फरवरी को करीब दोपहर 12 बजे उन्हें प्रेम हॉस्पिटल सुपर स्पेशलिटी ट्रॉमा सेंटर हरिद्वार में बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के न्यूरोसर्जन डॉ गौरव सिंह ने बताया जब मरीज अस्पताल पहुँचा वह बेहोश था।मरीज की हालत चिंताजनक थी।तुरन्त मरीज का सी टी स्कैन कराया गया। जिसमें ब्लीडिंग देख डॉ गौरव ने मरीज के परिजनों को बताया कि उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ है और इन्हें तुरन्त सर्जरी की आवश्यकता है। परिजनों ने डॉक्टरों को सपोर्ट किया । जिसके बाद डॉ गौरव सिंह द्वार अपनी टीम के साथ मरीज के सिर की जटिल सर्जरी की गयी । सर्जरी सफल रही बाद में मरीज को 5 दिन आई सी यू में रखा गया ।10 दिन के बाद मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ है। जिसे आज डिस्चार्ज किया गया। डॉ गौरव इस क्षेत्र में काफी समय से कार्य कर रहे हैं और इस प्रकार की कई जटिल सर्जरी कर लोगो को नया जीवन दे चुके है ।डॉ का कहना है इस प्र
कार की समस्या आने पर मरीज के परिजनों को धैर्य के साथ न्यूरोसर्जन से परामर्श करना चाहिए। लापरवाही के कारण मरीज के जीवन को खतरा हो सकता है। ब्रेनहैमरेज में कुछ ऐसे भी केस होते है जो बिना सर्जरी के केवल मेडिसिन से आराम मिल जाता है और कुछ में सर्जरी की आवश्यकता होती है इस प्रकार की समस्या आने पर परिजनो को तुरन्त न्यूरो चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।,प्रमोद रावत के भाई और माँ बेहद खुश है उनका कहना है डॉक्टर और स्टाफ का पूरा सहयोग मिला जिसके कारणआज उनके बेटे का पुनर्जन्म हुआ है।