उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (UCOST) की सामान्य निकाय की तृतीय बैठक में प्रदेश के मुख्य सचिव एस एस संधु ने कहा कि प्रदेश में वार्षिक विज्ञान प्रतियोगिता आयोजित कर किसी भी आयुवर्ग के बच्चों को प्रतिभाग करने का अवसर दिया जाए। और उन्हें पुरस्कृत और सम्मानित किया जाए जिससे बच्चों में विज्ञान के प्रति रुझान उत्पन्न होगा।मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु की अध्यक्षता में आज सचिवालय में उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (UCOST) की सामान्य निकाय की तृतीय बैठक आयोजित की गई। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में विज्ञान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए यूकोस्ट को महत्त्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में वार्षिक विज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की जाए। जिसमें प्रदेश के किसी भी आयुवर्ग के बच्चों को प्रतिभाग करने का अवसर दिया जाए। बड़ी संख्या में पुरस्कृत और सम्मानित किया जाए। इससे बच्चों में विज्ञान और नवाचार के प्रति रूझान उत्पन्न होगा। मुख्य सचिव ने कहा कि स्कूली छात्र-छात्राओं को प्रदेश के विज्ञान केन्द्रों के दौरे कराए जाएं व दूरस्थ क्षेत्रों के लिए मोबाईल वैन के माध्यम से ऐसी लैब उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने रूरल साइंस कांग्रेस जैसी गतिविधियों को जनपद स्तर पर आयोजित करने के भी निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि आधुनिक तकनीक के उपयोग और कन्टेंट क्रिएटर्स के सहयोग से ज्ञान-विज्ञान से जुड़े वीडियो यू-ट्यूब के माध्यम से स्कूलों और छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराए जाएं ताकि बच्चों को मुश्किल चीजें आसानी से समझाई जा सकें।
इस अवसर पर यूकोस्ट के महानिदेशक डॉ. दुर्गेश पंत, अपर सचिव आई.टी. आशीष श्रीवास्तव, निदेशक आईटीडीए विनीत कुमार, इसरो हैदराबाद से डॉ. राम मोहन राव एवं कुलपति दून विश्वविद्यालय श्रीमती सुरेखा डंगवाल सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।