प्रसिद्ध अभिनेत्री रवीना टंडन ने  परमार्थ निकेतन गंगा आरती में किया सहभाग और स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंटकर आशीर्वाद लिया

उत्तराखंड धार्मिक संस्कृति सम्मान
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प्रसिद्ध अभिनेत्री रवीना टंडन ने परमार्थ निकेतन गंगा आरती में किया सहभाग और स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंटकर आशीर्वाद लिया,उन्होंनेरूद्राक्ष का दिव्य पौधा आशीर्वाद स्वरूप किया भेंट

व्यावसायिक और कला फिल्मों में लोहा मनवा चुकी है रवीना टंडन
परमार्थ निकेतन में भारतीय सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री रवीना टंडन आयी। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और साध्वी भगवती जी के पावन सान्निध्य में विश्व विख्यात गंगा आरती में सहभाग किया।

पद्म श्री सम्मान पा चुकी अभिनेत्री रवीना टंडन ने जहां व्यावसायिक सिनेमा में मोहरा, अखियों से गोली मारे ,दिलवाले जैसी व्यवसायिक फिल्मों में ग्लैमरस रोल करके अपना स्थान बनाया, वहीं कला फिल्मों जैसे सत्ता में साधारण महिला से राजनीति की सफलता चढ़ती अनुराधा की भूमिका ,शूल पुलिस इंस्पेक्टर की पत्नी की भूमिका और केजीएफ में प्रधानमंत्री की भूमिका निभा कर अभिनय का लोहा मनवाया।दमन में दुर्गा की भूमिका के लिए और अक्स में विशेष भूमिका के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार ले चुकी हैं।टेलीविजन श्रृंखला साहिब बीवी गुलाम, और अनेक फिल्मों में अभिनय कर समाज को उत्कृष्ट संदेश दिया उन्हें कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा पद्म श्री सम्मान प्रदान किया है।


अभिनेत्री रवीना टंडन ने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी से भेंट का आशीर्वाद लिया। स्वामी जी ने फिल्मों, सिनेमा व अभिनय के माध्यम से भारतीय संस्कृति व संस्कारों के वास्तविक संदेश, मूल व मूल्यों को प्रसारित करने हेतु प्रेरित किया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि सिनेमा, समाज को जागरूक करने का सबसे उत्कृष्ट माध्यम है। सिनेमा विभिन्न कलाओं का संगम है। संस्कृति से साहित्य और साहित्य से सिनेमा का सूत्रपात हुआ है इसलिये साहित्य और सिनेमा दोनों का उद्देश्य समाज में संस्कृति का प्रसार व समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करना होना चाहिये।

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स्वामी जी ने कहा कि समाज में व्याप्त समस्यायें, हमारी ऐतिहासिक धरोहरों और उत्कृष्ट मूल्यों से साहित्य को स्याही और सिनेमा को अभिनय करने की कला प्राप्त होती है।
स्वामी जी ने कहा कि साहित्य और सिनेमा का सूत्रपात केवल मनोरंजन के लिए नहीं हुआ है बल्कि एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक संस्कार, मूल व मूल्यों को पहुंचाने के लिये हुआ है इसलिये सिनेमा की गुणवत्ता और सफलता का मापदंड प्रसारित संदेश और गरिमा पर किया जाना चाहिये।
अभिनेत्री रवीना टंडन ने कहा कि गंगा तट, परमार्थ निकेतन आकर हमारी उत्तराखंड की यात्रा पूर्ण हुई। पूज्य स्वामी जी महाराज के दर्शन, आशीर्वाद और उनके आशीर्वाद स्वरूप प्राप्त रूद्राक्ष का पौधा मुझे सदैव इस यात्रा की याद दिलायेगा। वास्तव में परमार्थ निकेतन जनजागरण का अद्भुत केन्द्र है जहां पर आरती के पश्चात राष्ट्रगान प्रतिदिन होता है। यह सब देखकर मुझे चाणक्य की याद आ गयी जिन्होंने श्रेष्ठ राज्य व श्रेष्ठ राजा की स्थापना में अपना जीवन समर्पित कर दिया। ऐसा संगम कभी-कभी ही देखने को मिलता है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने अभिनेत्री रवीना टंडन को रूद्राक्ष की माला और रूद्राक्ष का पौधा आशीर्वाद स्वरूप भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रसारित करने हेतु प्रेरित किया।

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