स्वामी ओमानंद और पार्षद सुमित चौधरी तथा अन्य के मध्य चल रहे विवाद का आज पटाक्षेप हो गया। समझौते में जे पी बडोनी की भूमिका अहम रही।भीमगोड़ा में स्वामी ओमानंद और पूर्व पार्षदों कैलाश भट्ट, लखनलाल चौहान पार्षद भाजपा मंडल महामंत्री देवेश ममगई, मुकेश अग्रवाल आदि के मध्य विवाद के बाद पार्षद सुमित चौधरी की एंट्री से तनाव व्याप्त था, आज सुबह ही स्वामी ओमानंद ने मामले में कार्रवाई न होने पर मुख्यमंत्री आवास के लिए पदयात्रा शुरू की थी।

इसी यात्रा के बीच समाजसेवी जयप्रकाश बडोनी और अन्य लोगों ने सभी पक्षों को बैठाकर वार्ता कराई, जिसके बाद सभी पक्षों में सहमति बनी और सभी ने एक-दूसरे को माला पहनाकर अभिनंदन किया। ज्ञात रहे कि गत सोमवार को स्वामी ओमानंद समर्थकों के साथ भीमगोड़ा रामलीला भवन के निकट वट वृक्ष से अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे इसी दौरान हंगामा और मार-पिटाई हो गई। जिसको लेकर दोनों पक्षों ने पुलिस में तहरीर दी थी उसके बाद में घटना से जुड़ा भाजपा पार्षद सुमित चौधरी का ओमानंद और पूर्व कांग्रेस पार्षद कैलाश भट्ट को धमकाने का आडियो वायरल हो गया था। जिसपर पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया है। पुलिस पर मामले कोई कार्यवाही नहीं करने का आरोप लगाकर स्वामी ओमानन्द ने आज पदयात्रा शुरू की थी।


