,,उत्तराखंड: राज्य आपदा प्राधिकरण के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी प्रशासन ने समस्त जिलाधिकारी को 18 अक्टूबर को एडवाइजरी स्केल टेस्टिंग ऑफ़ सेल ब्रॉडकास्टिंग के लिए एडवाइजरी जारी की है।
प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन सविन बंसल के अनुसार राज्य में अपनी विषम भौगोलिक परिस्थितियों के कारण विभिन्न आपदाओं के प्रति अत्यंत संवेदनशीलता को देखते हुए जन समुदाय की सुरक्षा एवं हितार्थ केंद्र व राज्य सरकार द्वारा विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से निरंतर प्रयास किए जाते हैं तथा जनमानस की सूचना के दृष्टिगत संभावित आपदाओं एवं मौसम पूर्वानुमान से संबंधित सूचनाओं के टीवी प्रसारण हेतु विभिन्न प्रणालियों एवं परियोजनाओं के क्रियावन हेतु प्रोत्साहित किया जाता है।
इसी क्रम में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा जारी पत्र 7 दिसंबर 2023 के संदर्भ के तहत संभावित आपदाओं एवं मौसम पूर्वानुमान हेतु राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा संचालित सेल ब्रॉडकास्ट सिस्टम का 18 अक्टूबर बुधवार को राज्य अंतर्गत व्यापक स्तर पर नमूना परीक्षण किया जाना प्रस्तावित है चूंकी उक्त प्रशिक्षण नमूना मात्र है।अतः जनमानस के मध्य किसी भी प्रकार का भ्रम अथवा घबराहट की स्थिति उत्पन्न ना हो इस हेतु सूचना से लोगों को अवगत कराना जाना आवश्यक है उक्त के अतिरिक्त यह भी संज्ञान में लाया जाता है कि युक्त प्रणाली के परीक्षणों उपरांत पत्र के साथ एनेक्सचर बी पर निर्धारित प्रारूप पर प्रशिक्षण अवधि में प्राप्त होने वाली आपदा पूर्वानुमान की सूचनाओं का स्पष्ट उल्लेख किया जाना आवश्यक है।
गौरतलब है कि दूरसंचार विभाग राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से आपदाओं के दौरान आपातकालीन संचार बढ़ाने और नागरिकों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए एक सेल प्रसारण चेतावनी प्रणाली का परीक्षण करेगा। राज्य में बुधवार को परीक्षण किया जाएगा।
अधिकारियों के अनुसार, सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम एक अत्याधुनिक तकनीक है जो एक निर्दिष्ट भौगोलिक क्षेत्र के भीतर सभी मोबाइल उपकरणों पर आपदा प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण और समय-संवेदनशील संदेश भेजने की अनुमति देता है, भले ही प्राप्तकर्ता निवासी हों या आगंतुक। यह सुनिश्चित करता है कि महत्वपूर्ण आपातकालीन जानकारी समय पर अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे।
इसका उपयोग सरकारी एजेंसियों और आपातकालीन सेवाओं द्वारा जनता को संभावित खतरों के बारे में सूचित करने और गंभीर परिस्थितियों के दौरान उन्हें सूचित रखने के लिए किया जाता है।
सेल प्रसारण का उपयोग आमतौर पर आपातकालीन अलर्ट देने के लिए किया जाता है, जैसे गंभीर मौसम की चेतावनी (सुनामी, बाढ़, भूकंप आदि), सार्वजनिक सुरक्षा संदेश, निकासी नोटिस और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।
परीक्षण अवधि के दौरान, लोगों को अपने मोबाइल उपकरणों पर नकली आपातकालीन अलर्ट प्राप्त हो सकते हैं। ये अलर्ट नियोजित परीक्षण प्रक्रिया का हिस्सा हैं और वास्तविक आपात स्थिति का संकेत नहीं देते हैं।
भ्रम से बचने के लिए प्रत्येक परीक्षण चेतावनी स्पष्ट रूप से इंगित करेगी कि यह एक परीक्षण संदेश है। देहरादून में परीक्षा बुधवार को राजपुर रोड स्थित बीएसएनएल भवन में आयोजित की जाएगी।
अधिकारियों ने आगे कहा कि प्रत्येक दूरसंचार सेवा प्रदाता पर सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम का परीक्षण किया जा रहा है। विभिन्न मोबाइल ऑपरेटरों और सेल प्रसारण प्रणालियों की आपातकालीन चेतावनी प्रसारण क्षमताओं की दक्षता और प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए देश भर के विभिन्न क्षेत्रों में समय-समय पर ये परीक्षण किए जाएंगे।