हरिद्वार,उत्तराखंड निकाय कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के द्वारा अनेकों बार ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की गई थी कि पूर्व की सरकार द्वारा 859 पर्यावरण मित्रों को इस शर्त पर स्थाई किया गया था सेवा निवृति एवं मृत्यु होने पर पद समाप्त हो जाएंगे ,लेकिन धामी सरकार ने कैबिनेट में निर्णय लिया है कि 859 पर्यावरण मित्रों को 2013 की नियमावली में सम्मिलित कर मृतक आश्रित को नियुक्ति दिए जाने का निर्णय लिया गया है। उत्तराखण्ड निकाय कर्मचारी संयुक्त मोर्चा काफी लम्बे समय से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं प्रदेश सरकार का उत्तराखण्ड निकाय कर्मचारी संयुक्त मोर्चा
हृदय से आभार और धन्यवाद व्यक्त करता है।पूर्व प्रदेश सरकार व तत्कालीन सचिव शहरी विकास विभाग के गलत आदेशों का सम्बंधित पर्यावरण मित्रों के आश्रित इसका खामियाजा भुगतते आ रहे थे ,धामी जी की कैबिनेट के निर्णय से अब उन्हें इंसाफ मिलेगा।859 कर्मियों के परिवार में इस निर्णय से खुशी की लहर व्याप्त है।
संयुक्त मोर्चा ने कहा है कि वन टाइम सेटलमेंट के तहत सफाई कर्मी की मृत्यु अथवा सेवानिवृत्ति के उपरांत पद स्वतः समाप्त करने की नीति लागू की गई थी प्रदेश की नगरपालिका ,नगर पंचायत,नगर निगमों में इस प्रकार के मामले लंबित चल रहे थे जिससे मृतक आश्रित परिवार परेशान थे उनकी समस्याओं का निदान यशस्वी मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी की सरकार द्वारा किया जाना स्वागत योग्य कदम है अब 859 पदों पर नियमित हुए सफाई कर्मियों के आश्रितों को भी मृतक आश्रित सुविधा का लाभ मिलेगा। माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी एवं पूरी कैबिनेट बधाई और धन्यवाद की पात्र है। उत्तराखंड निकाय कर्मचारी संयुक्त मोर्चा पुनःआभार व्यक्त करता है।इस निर्णय पर आभार व्यक्त करने वालो में मोर्चे के मुख्य संयोजक सुरेन्द्र तेश्वर,संयोजक राजेन्द्र श्रमिक,संयोजक संतोष गौरव पूर्व दर्जा राज्य मंत्री,मुकुल जोशी,प्रवीण तेश्वर,अखिलेश शर्मा,टंकार कौशल,सलेकचंद,आत्माराम बेनीवाल,नानक चंद पेवल,मनोज छाछर,बलराम चुटेला,दीपक तेश्वर,आनंद कांगड़ा,राजू खैरवाल,प्रवीण कुमार,प्रदीप,राजेश खैरवाल,काका,कुलदीप कांगड़ा, राजू बाबू,कपिल,दीपक चावरिया,संनी,राहुल,शुभम, उमेश,रोहित,किशोर गोड,लोकेश चौटाला,विकास कुमार,आदेश यादव,आदि शामिल हैं।
