बदरीनाथ में फिर से एक हेलिकाप्टर हादसा होते-होते बच गया।इससे पहले उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर हादसे में पायलट समेत 6 लोगों की जान चली गई थी , इस बार बीती रोज यानी 12 मई को एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर फाटा से यात्रियों को लेकर बदरीनाथ पहुंचा। जहां से हेलीकॉप्टर ने वापसी के लिए उड़ान भरी, लेकिन जमीन से ऊपर उठते ही पायलट नियंत्रण खो बैठा. जिस पर पायलट ने हेलीकॉप्टर को हेलीपैड पर उतारने की कोशिश, लेकिन हेलीकॉप्टर का एक पंखा पास में खड़े वाहन पर टकरा गया।जिससे मौके पर हड़कंप मच गया। हालांकि, किसी तरह से हेलीकॉप्टर को सुरक्षित उतारा गया। गनीमत रही कि मामले में किसी तरह की जान माल की हानि नहीं हुई, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए कंपनी पर अब एक्शन हो गया है।
घटना के बाद अब डीजीसीए यानी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने कड़ा एक्शन लिया है. मामले में संबंधित हेलीकॉप्टर कंपनी पर चारधाम यात्रा में उड़ान भरने पर रोक लगा दी है. यह रोक डीजीसीए के अग्रिम आदेशों तक जारी रहेगी
“हेलीकॉप्टर थोड़ा सा डिसबैलेंस हो गया था. सभी यात्री सुरक्षित हैं. हेलीकॉप्टर भी ठीक है. किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, जिसकी वजह से हेलीकॉप्टर सर्विस बंद करनी पड़े. बाकी हेलीकॉप्टर सुचारू रूप से चल रहे हैं और यात्रा भी बेहतर ढंग से संचालित हो रही है.”- नवनीत भंडारी, बदरीनाथ थाना प्रभारी
दूसरे हेलीकॉप्टरों से भेजे जा रहे यात्री: उधर, दूसरी तरफ इस घटना के बाद डीजीसीए ने संबंधित हेली सर्विस पर फिलहाल रोक लगा दी है. केदारनाथ और बदरीनाथ दोनों ही धाम पर यह कंपनी हेलीकॉप्टर नहीं उड़ा पाएगी. इसके साथ ही जिन यात्रियों ने कंपनी से हेली टिकट खरीदे हैं, उनको अन्य कंपनियों के हेलीकॉप्टर से बदरीनाथ और केदारनाथ भेजा जा रहा है. चारधाम हेलीकॉप्टर सर्विस के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने संबंधित एजेंसी के हेली सेवा के उड़ान को रोक लगने की पुष्टि की है.
