स्विफ्ट चैट पर शिक्षक उपस्थिति के लिए प्रतिदिन ऑनलाइन चैक-इन और लोकेशन साझा करने का उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन हरिद्वार ने विरोध शुरू कर दिया हैं।

संगठन के जिलाध्यक्ष ललित मोहन जोशी ने इस बाबत शिक्षा मंत्री को पत्र प्रेषित कर कहा है कि स्विफ्ट चैट एप के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थिति लोकेशन के साथ चेक-इन का नया फीचर जोडते हुए विद्यालय के शिक्षकों की सत्यनिष्ठा पर संदेह कर पूरे शिक्षक समाज को हतोत्साहित किया हैं। इस व्यवस्था से शिक्षकों में भारी रोष है। संगठन ने मांग की हैं कि जब तक प्रत्येक शिक्षक को स्मार्ट फोन, सिम, मासिक डाटा रिचार्ज की सुविधा विभाग द्वारा उपलब्ध नही कराई जाती है तब तक शिक्षक सेल्फ चेक इन के माध्यम से उपस्थिति दर्ज नही करेंगे। जिला महामंत्री अनिल कुमार चौधरी ने कहा कि ऑनलाइन उपस्थिति न लगाने पर यदि किसी भी शिक्षक पर विभाग द्वारा कोई कार्यवाही की गयी तो संगठन इसका विरोध करेगा। चैक इन उपस्थिति से शिक्षकों पर भरोसे का संकट मंडराने की वजह से यह प्रकरण धीरे-धीरे विकराल रूप धारण करता जा रहा हैं। शासकीय व्यवस्था में अनुशासन और पारदर्शिता निःसंदेह आवश्यक हैं, किंतु जब यह व्यवस्थाएं अपनी मूल भावना को छोड़कर केवल संदेह और नियंत्रण के औजार बन जाएं तो यह चिंता का विषय बन जाता है। तकनीकी व्यवस्था थोपना शिक्षकों के उस योगदान की उपेक्षा करता है जो वे कक्षा से बाहर विद्यालयों की व्यवस्था, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सामुदायिक सहयोग, और आपदा प्रबंधन जैसे कार्यों में देते हैं। जिलाध्यक्ष ललित मोहन जोशी ने शिक्षा मंत्री से इस पर पुनर्विचार का आग्रह किया है।
