उत्तराखंड के राज्यपाल ने उद्योग 5.0 पर पुस्तक का विमोचन किया
पुस्तक “Industry 5.0: Bridging Humanity and Technology for a Sustainable Future” के आधिकारिक लॉन्च के एक महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्य अतिथि उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त) द्वारा देहरादून के गवर्नर हाउस में लॉन्च किया गया ।
अपने प्रेरक संबोधन में महामहिम राज्यपाल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह अभूतपूर्व लॉन्च अगली औद्योगिक क्रांति का एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है जो न केवल स्मार्ट प्रौद्योगिकियों को बल्कि नैतिकता, सहानुभूति और स्थिरता के मूल्यों को भी अपनाता है । उन्होंने आगे कहा कि यह हमें याद दिलाता है कि, जैसा कि प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी ने घोषणा की थी, “यही समय है, सही समय है” – यह हमारा क्षण है, सही क्षण है । भारत की युवा ऊर्जा और विशाल जनसांख्यिकीय लाभांश के साथ, हम प्राचीन ज्ञान को अत्याधुनिक नवाचार के साथ मिलाकर इस बदलाव का नेतृत्व करने के लिए अद्वितीय रूप से तैयार हैं । पुस्तक न केवल तकनीकी प्रगति की व्याख्या करती है बल्कि एक ऐसे भविष्य की कल्पना भी करती है जहाँ उद्योग लोगों को सशक्त बनाते हैं, सतत विकास लाते हैं और सामाजिक कल्याण को बढ़ाते हैं ।
यह पुस्तक एक सराहनीय पहल है जो विकसित भारत की भावना को दर्शाती है और प्रौद्योगिकी-संचालित तथा समावेशी राष्ट्र बनने के भारत के दृष्टिकोण से मेल खाती है । यह इस बारे में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करती है कि हम किस तरह नवाचार पर जोर दे सकते हैं और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि विकास नैतिक जिम्मेदारी के साथ-साथ चले ।
श्रीमती स्वाती भदोरिया, आतिरिक्त सचिव, राजभवन इस कार्यक्रम विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे
उत्तरांचल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष श्री जितेन्द्र जोशी ने लेखकों प्रोफेसर धर्म बुद्धि, प्रोफेसर राजेश सिंह और प्रोफेसर अनीता गहलोत को सामाजिक लाभ के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकियों के साथ प्रासंगिक अनुप्रयोगों के साथ आने के उनके प्रयासों के लिए बधाई दी ।

उत्तरांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. धर्म बुद्धि ने श्रोताओं को संबोधित करते हुए भविष्योन्मुखी तथा जमीनी स्तर पर अकादमिक योगदान की कल्पना की । यह पुस्तक उद्योग 5.0 के सार को खूबसूरती से प्रस्तुत करती है, जो सामाजिक लाभ तथा बुद्धिमान मशीनों के बीच सहयोग पर जोर देती है । यह हमें स्वचालन से परे सोचने तथा तकनीकी प्रगति के सामाजिक और पर्यावरणीय आयामों पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित करती है । नवाचार तथा स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध एक शैक्षणिक संस्थान के रूप में, हमें इस मील के पत्थर का हिस्सा बनने पर गर्व है,” उन्होंने कहा ।
पुस्तक में बताया गया है कि किस तरह से उद्योग 5.0 स्वचालन से एक आदर्श बदलाव को दर्शाता है और मानव-केंद्रित दृष्टिकोण पर जोर देता है जहां प्रौद्योगिकी और मानवता एक साथ विकसित होते हैं। यह कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मानव-मशीन सहयोग, सतत विकास, नैतिक नवाचार, प्रणालियों में भावनात्मक बुद्धिमत्ता और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के साथ उन्नत प्रौद्योगिकियों के एकीकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों को संबोधित करता है ।
उत्तरांचल विश्वविद्यालय के निदेशक-शोध एवं नवाचार प्रो. राजेश सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया तथा पुस्तक के शोध महत्व के बारे में उत्साहपूर्वक बात की । यह केवल एक पुस्तक नहीं है – यह एक रणनीतिक ज्ञान संसाधन है । यह एआई, रोबोटिक्स, स्थिरता और नैतिकता जैसे क्षेत्रों में अंतःविषय संवाद को बढ़ावा देता है । मुझे विश्वास है कि यह जिम्मेदार नवप्रवर्तकों और विचारशील नेताओं की एक नई पीढ़ी को प्रेरित करेगा ।”
डॉ. नितिन उपाध्याय संयुक्त निदेशक सूचना, श्रीमती अनुराधा जोशी, उपाध्यक्ष सुशीला देवी व्यावसायिक अध्ययन एवं शोध केंद्र, सुश्री अंकिता जोशी, उपाध्यक्ष उत्तरांचल विश्वविद्यालय, प्रो. राजेश बहुगुणा, उप-कुलपति, उत्तरांचल विश्वविद्यालय, डॉ. सुमित चौधरी, श्री राजेश देवरारी, प्रो डॉ. सौरभ प्रताप राठौर, डॉ. बृजमोहन, श्री कपिल कौशिक, संकाय सदस्य और विद्वान कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे ।
पुस्तक लॉन्च समारोह का समापन मानव प्रौद्योगिकी संपर्क और सतत विकास को बढ़ावा देने की नई प्रतिबद्धता के साथ हुआ । कार्यक्रम का संचालन उत्तरांचल विश्वविद्यालय की अनुसंधान एवं नवाचार प्रमुख प्रो. अनीता गहलोत ने किया ।
