ट्रैवल्स और होटल व्यवसायियों ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी से मिलकर चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन में आ रही परेशानियों से अवगत कराते हुए सरकार के समक्ष इस विषय को उठाने की मांग की। बृहष्पतिवार को ट्रैवल्स और होटल कारोबार से जुड़े व्यापारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जूना अखाड़ा पहुंचकर अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी से भेंट की। व्यवापारियों ने श्रीमहंत हरिगिरी को बताया कि चारधाम पंजीकरण के ऑनलाईन स्लॉट भर जाने पर आगे पंजीकरण नहीं हो पा रहे हैं। ऑनलाईन स्लॉट भर जाने पर ऑफलाईन पंजीकरण की सुविधा दी जाए। व्यापारियों ने धामों में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सीमित किए जाने पर भी आपत्ति जतायी और कहा कि इससे चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पर प्रभाव पड़ेगा। बंटी भाटिया, संजय शर्मा और चंद्रकांत कोठारी आदि व्यापारियों का कहना है कि अभी यात्रा शुरू भी नहीं हुई है और सभी ऑनलाईन स्लॉट फुल हो चुके हैं। स्लॉट फुल होने से श्रद्धालु यात्रा पर नहीं आ रहे हैं। होटल और पर्यटन कारोबारियों ने चारधाम यात्रा को लेकर अपने व्यवसाय में भारी निवेश किया है। बैंकों से कर्ज भी ले रखा है। यात्रीयों के नहीं आने पर उन्हें भारी नुकसान होगा। व्यापारियों ने कहा कि सरकार चारधाम यात्रा पर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु का पंजीकरण करे। इससे उन्हें कोई ऐतराज नहीं है। लेकिन दर्शन करने वाले यात्रीयो की संख्या निर्धारित करने पर पुर्नविचार करे। जिससे अधिक संख्या में श्रद्धालु चारधाम करने उत्तराखंड पहुंचे। इससे सरकार को भी अधिक राजस्व प्राप्त होगा और व्यापारियों को भी लाभ होगा। अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी ने व्यापारियों को सरकार तक उनकी बात पहुंचाने का आश्वासन दिया। इस दौरान बंटी भाटिया, संजय शर्मा, हरीश भाटिया, इकबाल सिंह, चंद्रकांत कोठारी, विजय शुक्ला, राजेश्वर ठाकुर, अरविंद खनेजा, अभिषेक अहलूवालिया सहित दर्जनों होटल व पर्यटन कारोबारी शामिल रहे।
