गंगा को विश्व धरोहर बनाने की मुहिम को लेकर उत्तरकाशी से प्रयागराज के लिए रवाना हुई गंगा संकल्प यात्रा हरिद्वार पहुंची।
गंगा विश्व धरोहर मंच गंगा संकल्प यात्रा
मणिकर्णिका तट उत्तरकाशी से रवाना होकर हरिद्वार पहुंच कर प्रयागराज महाकुंभ के लिए प्रस्थान करेगी। यह यात्रा मंगलवार को उत्तरकाशी से आरंभ होकर आज हरि की पैड़ी पहुंची और गंगाजी की पूजा अर्चना की गई। यह संकल्प यात्रा उत्तरकाशी से ऋषिकेश होते हुए हरिद्वार होकर प्रयागराज महाकुंभ में साधु-संतों व वैज्ञानिकों के बीच गंगा संवाद करके गंगा स्वच्छता तथा गंगा को संरक्षण का संदेश देने का कार्य करेगी। डॉ. शम्भू प्रसाद नौटियाल ने बताया कि गंगा भारत की राष्ट्रीय नदी व सांस्कृतिक विरासतों में एक है। गंगा ना सिर्फ श्रेष्ठ व पवित्र नदी है बल्कि भारत को एक सूत्र में बांधने का श्रेय भी इसे प्राप्त है। भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्वभर में ऐसी कोई भी नदी नहीं होगी, जिसे इतना महत्व और श्रेय मिला हो। यही कारण है कि गंगा को केवल जल का स्त्रोत नहीं माना जाता है, बल्कि देवी के समान इसकी पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में धार्मिक अनुष्ठान जैसे कई कार्य बिना गंगाजल के पूर्ण व शुद्ध नहीं माने जाते हैं। प्रयागराज महाकुंभ के अवसर पर देश विदेश से आने वाले असंख्य श्रद्वालुओं के साथ गंगा संवाद किया जायेगा। हरिद्वार में संकल्प यात्रा में गुरुकुल आयुर्वेद कालेज के सीनियर प्रोफेसर डॉ. उत्तम शर्मा, सुदीप रावत, बिंदेश्वरी तिवारी, आशुतोष उनियाल व संदीप आदि उपस्थित थे।