पूजा स्थलों, बारात घरों, आश्रमों और खेतों में फेंके गए फूलों के कचरे के पुनः उपयोगके लिए वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट गतिविधि की बैठक सम्पन्न।

समस्या हरिद्वार
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वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट गतिविधि के लिए जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामोत्थान परियोजना के द्वारा सीएलएफ के पदाधिकारियों एवं स्टाफ के साथ बैठक संपन्न।

जिला परियोजना प्रबंधक, ग्रामोत्थान परियोजना द्वारा आज जिला कार्यालय विकास भवन, हरिद्वार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में समस्त जिला स्तरीय स्टाफ, 2 सीएलएफ (श्रद्धा और स्वागत) के बीओडी मेंबर्स एवं सीएलएफ स्टाफ ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य “वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट गतिविधि” के बारे में विस्तृत जानकारी देना और इसे प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए रणनीति तैयार करना था।

बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी महोदया द्वारा दिए गए निर्देशों पर चर्चा की गई, जिसमें वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट के तहत जिले के पूजा स्थलों, बारात घरों, आश्रमों और खेतों में फेंके गए फूलों के कचरे का पुनः उपयोग करने का महत्व बताया गया। इस नवाचारी गतिविधि का उद्देश्य इन कचरों को उत्पादक वस्तुओं में बदलना है, जैसे अगरबत्ती, जैविक खाद, और सजावटी वस्तुएं। यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण में सहायक होगी, बल्कि जिले में रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी।

रणनीति और कार्य योजना:-

बैठक में वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए एक कार्य योजना तैयार की गई। सभी बीओडी मेंबर्स और सीएलएफ स्टाफ को उनके कार्य और जिम्मेदारियां स्पष्ट रूप से आवंटित की गईं।

संग्रहण टीम: पूजा स्थलों और अन्य स्रोतों से फूलों को संग्रह करेगी।

प्रसंस्करण टीम: इन फूलों को पुनर्चक्रित कर उपयोगी उत्पादों में बदलने का कार्य करेगी।

विपणन टीम: तैयार उत्पादों को बाजार में बेचेगी और विपणन सुनिश्चित करेगी।

जिला परियोजना प्रबंधक ने निर्देश दिया कि सभी संबंधित जानकारी और प्रारंभिक रिपोर्ट तीन दिनों के भीतर जिला कार्यालय में उपलब्ध कराई जाए। इस प्रक्रिया को सुचारु बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

पर्यावरण और रोजगार पर प्रभाव:-

यह पहल हरिद्वार जिले के लिए एक अनोखा कदम है, जो न केवल पर्यावरणीय कचरे के प्रबंधन में मदद करेगा बल्कि लगभग 440 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करेगा। यह गतिविधि जिले की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में सहायक होगी और हरिद्वार को नवाचार के क्षेत्र में एक उदाहरण प्रस्तुत करेगी।

समापन:-

बैठक का समापन जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा सभी प्रतिभागियों को उनके कार्य के प्रति प्रोत्साहन और धन्यवाद के साथ हुआ। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करें ताकि वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट गतिविधि को समयबद्ध और सफलतापूर्वक लागू किया जा सके।

वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट हरिद्वार जिले में पर्यावरणीय स्थिरता और रोजगार सृजन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे जिले को राष्ट्रीय स्तर पर नवाचारी परियोजनाओं में एक नई पहचान मिलेगी।

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