आज पार्थ सारथी स्कूल के सभागार में सुप्रयास ज्ञान गोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था अध्य्क्ष एड.राजेन्द्र नाथ गोस्वामी ने की तथा संचालन कौशलकिशोर मित्तल द्वारा किया गया।
गोष्ठी में छात्रों के जीवन मे आने वाली समस्याओं उनके कारणों चिन्हित कर किस प्रकार उन्नति का मार्ग प्रशस्त किया जाए। शिक्षा व जीवन का उद्देश्य क्या है? उसकी प्राप्ति के मार्ग में आने वाली कठिनाइयों को किस प्रकार पार किया जाए आदि अनेको बिन्दूओं को पहचान उनके समाधान के क्या क्या मार्ग हो सकते हैं इनको स्पष्ट किया गया।
हरीश भदुला , डॉ अनिरुद्ध पोरवाल , डॉ श्वेता शर्मा खण्डूरी , डॉ सत्यनारायण शर्मा, सोमित डे जी, सूर्यकांत भट्ट, श्रीमती विनीता बिन्दु बलूनी एवम श्रीमती यशोदा अग्रवाल द्वारा संबोधित किया गया।
इनके अतिरिक्त छात्रों में वंश गम्भीर, कु.कनिका रतूड़ी, आदि द्वारा भी अपनी जिज्ञासाएं व विचार प्रस्तुत किये।
अनेकों शास्त्रोक्त , वैज्ञानिकों व दार्शनिकों के उद्धरणों के माध्यम से जिज्ञासा का समाधान सुप्रयास ज्ञान गोष्ठी में किया गया।
उपस्थित जनों व छात्र में नारायण शर्मा, रिद्धि गम्भीर, चिरंजीव पप्नोई,अन्नू कोरी, इशिका, आँचल, संतोषी, संगीता संदीप, कञ्चन कोटवाल, आरुष, सौरभ सेमवाल, समृद्धि खण्डूरी, वैष्णवी, कुमकुम, श्री समीर चावला, मंजू पप्नोई , मेहर, शिवांशि, उन्नति,सौरभ पाण्डेय, सहित अनेको छात्र उपस्थित रहे।
छात्रों व सदस्यों ने गोष्ठी में प्रस्तुत विचारों, सुझावों व समाधानों पर संतोष व्यक्त करते हुए मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की।
साथ ही अगली गोष्ठी की तिथि “_5 जनवरी “_ की घोषणा की तथा गोष्ठी का विषय “_लक्ष्य- चिन्हित करण, निर्धारण, व प्राप्ति के उपाय “_ सुनिश्चित किया गया जिस पर समस्त छात्र अपने लक्ष्यों व उनकी प्राप्ति हेतु तरीके व उनके अनुपालन की दिशा में किये जा रहे प्रयास पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे।