हल्द्वानी में राजकीय महिला कल्याण एवं पुनर्वास केंद्र में एक 15 वर्षीय नाबालिक बालिका के साथ लगातार शारीरिक शोषण कराया गया और उसको धमकाया भी गया। कांग्रेस प्रवक्ता ने महिलाओं के विरुद्ध किए अपराधों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। हल्द्वानी स्थित राजकीय महिला कल्याण एवं पुनर्वास केंद्रका एक संस्था के अधिकारी के द्वारा जब निरीक्षण किया गया तो उस बालिका ने अधिकारी को अपनी आप बीती सुनाते हुए 15 वर्षीय बालिका ने बताया कि उसके साथ लगातार पिछले कई महीने से एक कमरे में ले जाकर शारीरिक शोषण कराया जा रहा है, जिसके बाद राजकीय महिला कल्याण में पुनर्वास केंद्र में हड़कंप मच गया। वहीं अधिकारी के द्वारा दो सुरक्षा कर्मियों के विरुद्ध हल्द्वानी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।. राजकीय महिला कल्याण दिवस केंद्र की वरिष्ठ सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि हमारे द्वारा जो भी बालिका या महिला यहां से जाती हैं उसकी पूरी रजिस्टर में एंट्री होती हैन उस बालिका को भी अस्पताल भेजा गया था अब पता नहीं वह बालिका को वहां क्यों और किस उद्देश्य से ले जाती थी यह मुझे नहीं पता। लेकिन कहीं ना कहीं आज एक बार फिर महिला कल्याण पुनर्वास केंद्र सवालों के घेरे में है ।जहां महिलाओं की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगा है क्योंकि अभी तो यह पहला मामला है शायद जांच में कुछ और मामले खुल सकते हैं ।फिलहाल पुलिस जांच कर रही है।
सबसे बड़ी बात है कि आज जिस प्रकार से उस बालिका के द्वारा बताया गया कि उसे प्रत्येक दिन एक कमरे में ले जाकर उसका शारीरिक शोषण कराया गया। अब देखने वाली बात होगी कि सुरक्षा कर्मी किसके दबाव में बालिका को कमरे में ले जाती थी और उसे कमरे के अंदर कौन व्यक्ति होता था? अब पुलिस जांच में ही पता चलेगा फिलहाल। इस मामले में राजकीय महिला कल्याण एवं पुनर्वास के कर्मचारी अपना बचाव करते दिखाई दे रहे हैं।
हल्द्वानी बन रहा अपराध का गढ़ : दसौनी
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हल्द्वानी में संरक्षण गृह की नाबालिग के साथ दुष्कर्म हुआ है। जिसमें बाल संप्रेक्षण गृह की महिला कर्मचारी ही संलिप्त पाई गई है। पूर्व में हल्द्वानी में जेल के भीतर ही 52 अपराधियों में HIV की पुष्टि हुई थी। जो सवालों के घेरे में है।
कांग्रेस ने राज्य सरकार से की कार्रवाई की मांग
कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि हल्द्वानी में ही दृष्टिबाधित संस्थान में बच्चियों के साथ शोषण किया गया था। कांग्रेस ने राज्य सरकार से महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ताकि इस तरह के अपराधों पर अंकुश लग सके।