राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ, जो पंजाबी समाज की राष्ट्रीय एपेक्स संस्था है,की 54 वीं बैठक उत्तरांचल पंजाबी महासभा उत्तराखंड के आतिथ्य मेंअटल बिहारी वाजपेई गेस्ट हाउस हरिद्वार में आयोजित की गई, जिसमें विधेयक पास किया गया की उत्तराखंड के पंजाबियो को प्रधानमंत्री मोदी के विचारों अनुसार “ सब का साथ सब का विश्वास व सब का विकास” का लाभ नहीं पहुँच रहा है गत कई वर्षों से पाँच विधायक समाज के चुनकर आ रहे है परन्तु उन्हें मंत्रीमंडल में नहीं सम्मिलित किया जाता जो समाज के साथ सौतेले व्यवहार का संदेश लगातार दे रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश सेठ द्वारा सर्वसम्मति से लिये निर्णय अनुसार उत्तराखंड के अध्यक्ष राजीव घई व उपाध्यक्ष जगदीश पाहवा को बैठक में लिये गये निर्णय अनुसार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को समाज के किसी विधायक को मंत्री मंडल में समलित कर समाज के प्रति सकारात्मक संदेश देने हेतू अनुरोध करने की जिम्मेदारी दी। साथ ही राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी इस संकल्प का ज्ञापन प्रेषित करेगी। उत्तर प्रदेश पंजाबी महासभा के राष्ट्रीय संयोजक प्रवीण सेठी ने सभी पंजाबी समाज की एकजुटता और सांस्कृतिक उन्नति, परिवारिकता पर बल दिया। राधिका नागरथ और मिनी काला द्वारा महिलाओं के सामाजिक परिवेश में उत्थान और भागीदारी को बढ़ावा देने पर सभी की सहमति से सहमति प्रदान की गई जिसमें पंजाबी त्योहारों को मिलकर बढ़-चढ़कर मनाया जाएगा।
रुड़की पंजाबी समाज महासभा के सुभाष सरीन, रमेश भटेजा,, पूजा नंदा ,पंकज नंदा , जगदीश विरमानी, उद्योगपति हिमेश कपूर, अविनाश ओहरी ,प्रमोद जोहर, जोगिंदर तनेजा, राजकुमार सुनेजा को समाज द्वारा अपने क्षेत्र में योगदान देने के लिए सम्मानित किया गया और सभी बच्चों और युवा के प्रेरणा शोध बने और विभिन्न शहरों में एक दूसरे की सहायता करने के लिए संगठित रूप से कार्य करने का संकल्प लिया गया।