ऋषिकुल/गुरुकुल के चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन को सभी संगठनों का समर्थन मिला , आई ए एस अंशुल सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन।

समस्या स्वास्थ्य हरिद्वार


  कर्मचारी संगठन करेंगे और उग्र आंदोलन अभी भी पांचवे महीने में कोई उम्मीद नहीं , मुख्यमंत्री को आई ए एस अधिकारी  अंशुल सिंह उपाध्यक्ष ,विकास प्राधिकरण के माध्यम से ज्ञापन सौंपा।
      दिनांक 04जुलाई 2025को चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन को सभी संगठनों द्वारा समर्थन किया गया और चिकित्सकों और नर्सिंग अधिकारी, लिपिक संवर्ग, फार्मेसिस्ट संवर्ग का समर्थन प्राप्त हुआ इसलिए आज संयुक्त अधिकारी कर्मचारी संघर्ष समिति ऋषिकुल और गुरुकुल आयुर्वेदिक चिकित्सालय विश्विद्यालय हरिद्वार के द्वारा ओर चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड देहरादून के द्वारा मुख्यमंत्री को आई ए एस अधिकारी  अंशुल सिंह के माध्यम से ज्ञापन दिया गया।
    आज पूर्व की भांति सभीअधिकारी/कर्मचारी एकत्र होकर ऋषिकुल और गुरुकुल आयुर्वेदिक चिकित्सालय विश्विद्यालय परिसर में पहुंचे
और फिर सबने मिलकर ओ पी डी के गेट पर ताला दो घंटे के लिए लगाया ओर फिर मुख्य द्वारा पर भी ताला बंदी और नारेबाजी की।
चिकित्सक संवर्ग से डा के के शर्मा, डा प्रवेश तोमर, डा शोभित ने कहा कि ये आर पार की लड़ाई है अब जब तक फैसला और ठोस कार्यवाही नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा
   शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष के एन भट्ट लिपिक संवर्ग के वरिष्ठ पदाधिकारी अनिल नेगी, आयुर्वेद यूनानी सेवाएं के प्रदेश महामंत्री के के तिवारी अध्यक्ष कर्मचारी परिषद अशोक कुमार ने कहा कि अब जब सब मिलकर संघर्ष कर रहे हैं तो जब तक स्थाई समाधान नहीं होता है तो तब तक आंदोलन प्रदर्शन जारी रहेगा सभी को एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ने की जरूरत है।
      नर्सिंग संवर्ग की स्मिता एवं सुनीता तिवारी, बीना मठपाल ने कहा आंदोलन को बड़ा बनाने की जरूरत है क्योंकि सरकार और शासन इस तरह से नहीं सुनेगी सभी को सड़कों पर उतर कर अपने स्वाभिमान की लड़ाई लड़नी होगी।
     प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा उपशाखा अध्यक्ष छत्रपाल सिंह मंत्री मनीष पंवार, अमित कुमार ने कहा कि लगभग 4,5 वर्षों से वेतन समय पर न मिलने के कारण कर्मचारियों द्वारा कई बार धरना प्रदर्शन किया गया और कई बार समझौते हुए किंतु आयुर्वेद विश्विद्यालय एक बिगड़ैल बच्चा है उसे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसी को वेतन मिले न मिले इसका स्थाई समाधान यही है कि कुलपति और कुलसचिव के दोनों पदों पर आई ए एस अधिकारी की नियुक्ति हो तभी विश्विद्यालय के कर्मचारियों का भला हो सकता है।
    ऋषिकुल और गुरुकुल आयुर्वेदिक चिकित्सालय विश्विद्यालय में धरना प्रदर्शन तालाबंदी मे डा के के शर्मा, डा प्रवेश तोमर डा शोभित, डा अवधेश, डा मयंक भटकोती, डा मीना रानी आहूजा, डा सुनील कुमार गुप्ता, नर्सिंग संवर्ग में स्मिता, सुनीता तिवारी, बीना मठपाल नीमा लविका, वंदना के एन भट्ट, दिनेश लखेडा, ताजबर सिंह,मनीष पंवार, छत्रपाल सिंह लोकेंद्र, प्रबल सिंह, कैलाशों देवी बाला देवी नीलम बिष्ट पुष्पा, ममता पाल,कमलेश, ईशा, ब्रिजेश,अंकित, मनोज, विनोद, अनिल नेगी, अशोक चंद्रा, समीर पांडे, सतीश कुमार, सुदेश , अशोक कुमार, के के तिवारी, उदयभान,इत्यादि शामिल रहे।

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