हरिद्वार पुलिस ने छापेमारी कर नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया, यूरिया मिश्रित नकली शराब बरामद ,एक आरोपी को मौके से गिरफ्तार किया, उसका साथी फरार।

Police अपराध हरिद्वार
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कोतवाली रानीपुर पुलिस ने सूचना पर पॉश कॉलोनी स्थित किराये की दुकान में केमिकल और यूरिया मिश्रित नकली शराब बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जबकि उसका साथी फरार है। पुलिस टीम ने मौके से 400 लीटर अल्कोहलिक केमिकल, 80 लीटर नकली शराब, 02 किलो यूरिया, शराब की बोतल के ढक्कन, लेबल, रैपर, सेंट्रो कार आदि बरामद किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। जबकि पुलिस टीम फरार आरोपी की सरगर्मी से तलाश में जुटी है।
हरिद्वार में नकली शराब के कारोबार का खुलासा करते हुए एसएसपी हरिद्वार परमेंद्र सिंह ने वृहस्पतिवार वो पत्रकार वार्ता में बताया कि
कोतवाली रानीपुर पुलिस ने चैकिंग के दौरान सम्भल चौक दादु पुर गोविंदपुर के पास से एक
संदिग्ध सेंट्रो कार से 400 लीटर अल्कोहलिक केमिकल, 80 लीटर नकली शराब, 02 किलो यूरिया, शराब की बोतल के ढक्कन, लेबल, रैपर आदि बरामद करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम अनिरूद्ध सिंह पुत्र हरिकरन सिंह ग्राम रौगांव थाना गजनेर जिला कानपुर देहात हाल पता ग्राम धनुपुरा थाना ताजगंज जनपद आगरा यूपी बताते हुए खुलासा किया कि वह फरार अपने साथी के साथ मिलकर पॉश कॉलोनी दादूपुर गोविंदपुर में किराए की दुकान में केमिकल और यूरिया मिश्रित नकली शराब बनाने की फैक्ट्री संचालित करते है। पुलिस टीम ने आरोपी की निशानदेही से दुकान में छापा मारकर नकली शराब बनाने के उपकरण समेत अन्य चीजे बरामद की।

एसएसपी ने बताया कि आरोपी ने बताया कि वह नकली शराब बनाने में अल्कोहोलिक केमिकल में एक निश्चित मात्रा में पानी मिलाकर उसमे शराब जैसा रंग लाने के लिए फूड कलर मिलाते थे तथा इस तैयार नकली शराब की तीव्रता बढ़ाने के लिए फिर इसमें यूरिया मिलाया जाता था। जिसके बाद तैयार की गई नकली शराब को ठेके से कम दाम में चलते-फिरते लोगो को बेचा करते थे, कम दाम के चलते ग्राहक भी हाथों हाथ मिल जाते थे। वह कैमिकल से तैयार की गई नकली शराब को खाली शराब की बोतलों में भरकर बोतलों के ऊपर फर्जी लेबल व उत्तराखंड शासन का टैग लगाकर हू-ब-हू असली

नकली शराब बेचते थे। जिससे खरीददार को
किसी भी स्तर पर ये शक नहीं हो पाता था कि शराब नकली है।
वह कैमिकल से तैयार की गई नकली शराब को खाली शराब की बोतलों में भरकर बोतलों के ऊपर फर्जी लेबल व उत्तराखंड शासन का टैग लगाकर हू-ब-हू असली लगने वाली, नकली शराब बेचते थे। जिससे खरीददार को किसी भी स्तर पर ये शक नहीं कर पाता था कि शराब नकली है।

कप्तान ने बताया कि दबोचा गया आरोपी आगरा के ताजगंज थाने से वर्ष 2021 में नकली शराब के केस में जेल जा चुका है। 04 साल पूर्व में अलीगढ़ स्थित शराब के ठेके में काम के दौरान दोनों आरोपियों की आपस में पहचान हुई थी। लगातार संपर्क में रहने पर कुछ समय पहले फरार ने उसको हरिद्वार में केमिकल से नकली शराब बनाकर बेचने की बात कही थी। लालच में आकर वह अपने परिवार के साथ आगरा से हरिद्वार आ गया। नकली शराब बनाने का मास्टरमाइंड फरार आरोपी है, जोकि कैमिकल लाने का काम करता था। आरोपी ने फरार अपने साथी की पूरी जानकारी पुलिस टीम से साझा की है। पुलिस फरार आरोपी को दबोचने के लिए उसके सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी में जुट गयी है।

नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ करने वाली पुलिस टीम में कोतवाली रानीपुर प्रभारी निरीक्षक कमल मोहन भंडारी, एसएसआई मनोहर सिंह रावत, उपनिरीक्षक विकास रावत, हेंड कांस्टेबल गोपीचंद, कांस्टेबल गम्भीर तोमर, कांस्टेबल संजय रावत, कांस्टेबल अजय और कांस्टेबल करन शामिल रहे।

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