हरिद्वार। एक साल से पुलिस की आंखों में धूल झौक कर फरार चल रहे हत्यारोपी पांच हजार के इनामी दीपक उर्फ कोती को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जिसके पास से पुलिस ने मृतक का मोबाइल फोन बरामद किया है। सिंचाई विभाग से रिटायर्ड कर्मी की हत्या में शामिल पांच हत्यारोपियों को हरिद्वार पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। लेकिन छटा हत्यारोपी पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो रहा था। पुलिस ने हत्यारोपी को दर्ज मुकदमें में निरूद्ध करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि 11 सितम्बर 23 की देर शाम को कनखल थाना क्षेत्र के बैरागी कैंप स्थित सेवाश्रम में रिटायर्ड सिंचाई कर्मचारी अशोक चढ्डा की अज्ञात बदमाशों ने गला रेत कर हत्या कर उसका शव बाथरूम छुपा दिया था। सूचना पर पुलिस ने शव को बरामद कर लिया था। मृतका की बेटी ने पिता की हत्या मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। अशोक चढ्डा रिटायर्ड होने के बाद बैरागी कैंप में सेवाश्रम का निर्माण कर यात्रियों और कामगारों को किराये पर कमरा देते थे। पुलिस ने हत्या के चार दिन के भीतर रिटायर्ड कर्मी की हत्या मामले में पांच हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। जिनके पास से पुलिस ने मृतक की चैक बुक, नगदी, पाठल व खून से सने कपड़े बरामद किए थे। हत्यारोपियों ने हत्या मामले में अपने साथी दीपक उर्फ कोती के शामिल होने की जानकारी दी थी। जोकि हत्या वारदात के बाद से फरार चल रहा था।
उन्होंने बताया कि पुलिस हत्या में शामिल फरार आरोपी की सरगर्मी से तलाश में जुटी थी।
फरार हत्यारोपी की गिरफ्तारी पर पांच हजार का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस फरार हत्यारोपी को दबोचने के लिए उसके सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी में जुटी थी।
कप्तान ने बताया कि इसी दौरान पुलिस टीम को आज सूचना मिली कि फरार हत्यारोपी को क्षेत्र में देखा गया है। इस सूचना पर पुलिस टीम ने बिना वक्त गंवाये बताये गये स्थल कृपाल नगर आश्रम के पास से गिरफ्तार कर लिया। हत्यारोपी के पास से पुलिस ने मृतक का मोबाइल फोन बरामद किया है। पूछताछ के दौरान फरार हत्यारोपी ने अपना नाम दीपक उर्फ कोती पुत्र धन सिहं उर्फ इदम सिहं निवासी आर्यनगर लाल मन्दिर कोतवाली ज्वालापुर हाल निवासी हेतमपुर थाना सिडकुल हरिद्वार बताया है।
फरार हत्यारोपी को दबोचने वाली टीम में कनखल थाना एसओ मनोज नौटियाल, उपनिरीक्षक चरण सिंह चौहान, हेंड कांस्टेबल सन्नी सिंह, कांस्टेबल सतेन्द्र रावत और कांस्टेबल उमेद सिंह शामिल थे।