संतोषी माता आश्रम में श्रीमद् देवी भागवत कथा ज्ञान यज्ञ समारोह-संन्यास स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन,
संतोषी माता जी दिव्य आध्यात्मिक विभूति है-गणेश जोशी
कलयुग में गंगा, गायत्री, गीता, गौ, राम कथा, भागवत कथा एवं देवी भागवत का विशेष महत्व-स्वामी
श्रवणानंद,
हरिद्वार तीर्थ तीर्थो में सर्वश्रेष्ठ, संतोषी माता
हरिद्वार।
संतोषी माता आश्रम में श्रीमद् देवी भागवत कथा ज्ञान यज्ञ समारोह एवं संन्यास स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित श्रीमद् देवी भागवत कथा को विस्तार देते हुए कथा वाचक व्यास पीठ के मुख्य स्वामी श्रवणानंद महाराज वृंदावन वाले ने कहा कि कलयुग में गंगा, गायत्री, गीता, गौ माता, श्रीमद् देवी भगवती कथा, श्रीमद् भागवत कथा और राम कथा का विशेष महत्व है। यह सब ईश्वर के साक्षात रूप है। इनकी पूजा अर्चना करने से मोक्ष प्राप्त होता है।
आज मुख्य अतिथि उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने महामंडलेश्वर स्वामी संतोषी माता जी को संन्यास स्वर्ण जयंती के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि माताजी स्वयं दिव्य शक्तियों की उपासक होने के साथ-साथ जनकल्याण के कार्य में सफलतापूर्वक कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि महामंडलेश्वर संतोषी माता जी एक महान आध्यात्मिक विभूति है।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी संतोषी माता जी ने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को अंग वस्त्र और पुष्प माला भेंट कर शुभ आशीर्वाद प्रदान किया।
महामंडलेश्वर स्वामी संतोषी माता जी ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और हरिद्वार उसका प्रवेश द्वार है। हरिद्वार तीर्थ तीर्थो में सर्वश्रेष्ठ है। गंगा के इस पावन तट पर श्रीमद् देवी भागवत कथा का होना एक महान दिव्य अनुष्ठान और साधना है। देवी मां के चरणों में शरण लेने से मनुष्य को सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
इस अवसर पर अशोक शांडिल्य, श्याम सुंदर अग्रवाल, ईश्वर अग्रवाल, सरोज अग्रवाल, अनिल सूद, जयप्रकाश मित्तल, किशोर रुंगटा आदि मौजूद थे।